Friday, October 23, 2009

उम

चंडीगढ़

आज हुई इनेलो विधायक दल की बैठक में ओमप्रकाश चौटाला को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। वहीं इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला ने कल रात चुनाव परिणाम आने के बाद राज्यपाल जग्गनाथ पहाडिया को पत्र भेज कर विपक्ष को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने की मांग की। चौटाला ने राज्यपाल को दिए पत्र में बताया कि जैसा की आपको पता है कि 11 वीं लोकसभा का कार्यकाल मार्च 2010 में पूरा होना था, लेकिन सरकार ने 6 माह पूर्व चुनाव करवा दिया ताकि प्रदेश की जनता से नया जनादेश प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा कि आज जो चुनावी नतीजे सामने आए हैं उनमें स्पष्ट है कि प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं दिया है और प्रदेश की जनता ने कांग्रेस के विरुद्ध जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि इन हालातों में आपके प्रदेश के सवैंधानिक प्रमुख होने के नाते आपसे निवेदन है कि आप सर्वप्रथम कांग्रेस के विकल्प के रूप में किसी अन्य राजनैतिक दल को गैर कांग्रेस सरकार गठन करने का अवसर प्रदान करें। चौटाला ने आरोप लगाया कि इस समय प्रदेश में एक दुखद घटनाक्रम के तहत कांग्रेस जनादेश खोने के बाद निर्दलीय एवं छोटे दलों के विधायकों की खरीद फरोखत जुटी हुई है और लोकतंत्र का गला घोंटने का काम कर रही है।

Thursday, August 27, 2009

sampat

फतेहाबाद/सुरेश/मुकेश

पूर्व वित्त मंत्री और हाल ही मे इनेलो छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए प्रो सपत सिंह ने बड़ोपल में पृथ्वी सिंह सरपंच के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी प्राथमिकता फतेहाबाद से चुनाव लड़ने की है। पार्टी जहां से भी टिकट देगी वह चुनाव लड़ने को तैयार है। यदि उन्हें टिकट नहीं मिला तो वह कांग्रेस के लिए प्रचार करेंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या वे उचाना से इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला के विरुद्ध चुनाव लड़ सकते हैं। इस पर सपत सिंह ने कहा कि वह हल्का कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व वित्तमंत्री बीरेन्द्र सिंह के पास हैं। अगर बीरेन्द्र सिंह मुझे अनुमति देते हैं और कांग्रेस वहां की टिकट देती है तो उनके खिलाफ चुनाव लड़ने में मुझे खुशी होगी। सपत सिंह ने बताया कि फतेहाबाद हल्के में जनसपर्क अभियान के तहत दो तिहाई हल्का कवर कर चुके हैं। लोकदल के जो पुराने कार्यकर्ता थे वे उनको कांग्रेस में शामिल करवा रहे हैं। इनेलो छोड़ने के सवाल पर सपत सिंह ने कहा कि पहले लोकदल होता था, अब इनेलो बन गया है पहले यह ताऊ पार्टी थी, अब चौटाला पार्टी हो गई है। पहले यह आम लोगों की पार्टी थी, अब यह खास लोगों की पार्टी बन गई है। हांसी-बुटाना नहर के मामले पर उनके द्वारा पूर्व में की गई आलोचना पर सपत सिंह ने कहा कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है, इसलिए वह फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं करेंगे मगर इस समस्या का हल करवाने की कोशिश करेंगे। बिजली समस्या पर उन्होंने कहा कि बरसात न आने की वजह से यह समस्या है। उचाना से ओमप्रकाश चौटाला द्वारा चुनाव लड़ने की घोषणा पर उन्होंने कहा कि चौटाला ने वहां के उमीदवारों से जबरदस्ती प्रस्ताव करवाये हैं। लोकसभा चुनाव में मुझे उचाना से 32 हजार वोटों की बढ़त मिली थी। चौटाला इस गलत फहमी का शिकार हैं कि वे वोट इनेलो के थे, जबकि वह जीत सपत सिंह की निजी जीत थी। यदि चौटाला उचाना से चुनाव लड़ते हैं तो उनका यह भ्रम निकल जायेगा। उन्होंने बताया कि चुनावी इतिहास में 1987 और 2000 के चुनाव को छोड़ कर उचाना से कभी भी इनेलो नहीं जीती है। सपत सिंह ने यह भी दावा किया कि इनेलो सुप्रीमो एक नहीं दो स्थानों से चुनाव लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अजय और अभय के पास वीटो पावर है यदि उन्होंने वीटो पावर का इस्तेमाल कर लिया तो चौटाला उचाना से चुनाव लड़ने से पीछे भी हट सकते है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेता सुरक्षित सीटें तलाशने में लगे हैं। इनेलो-भाजपा गठबंधन की टूट पर सपत सिंह बोले दोनों पाटिüयों में कभी भी दिल से गठबंधन नहीं था यह मजबूरियों का गठबंधन था जो देर सवेर टूटना ही था।

Wednesday, May 13, 2009

डी ऐ वी की काजल छाई

फतेहाबाद/मुकेश नारंग

स्थानीय डीएवी स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा काजल कासवान ने स्वरचित कविता प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर पुरस्कार प्राप्त करके विद्यालय का नाम रोशन किया है। स्कूल प्राचार्य सुनीता मदान ने बधाई देते हुए बताया कि यह प्रतियोगिता हरियाणा राजय साहित्य अकादमी के तत्वाधान में पानीपत में आयोजित की गई थी। जिसमें स्कूल की छात्रा काजल ने भ्रूण हत्या पर आधारित बेटी की दास्ता नामक स्वरचित कविता सुना कर यह ईनाम प्राप्त किया। प्राचार्य ने इस उपलब्धी पर छात्रा व उसके अभिभावकों को बधाई दी है।

Sunday, November 16, 2008

१ अपनी कंपनी को जाने।

२ उत्पाद पर विश्वास करें और जूनून रखें।

३ मुझे कितना पैसा मिलेगा?

४ आप ख़ुद अपने बॉस हैं।

५ कामों की सूचि बनायें।

६ अपने जीवन साथी को बिज़नस मैं शामिल करें।

७ फ़ोन का इस्तेमाल करते हुए सामने एक आइना रख लें ।

८ लोगों की पहुँच में रहें।

९ दूसरो की सफलता में अपनी सफलता बनायें।

१० बिज़नस कार्ड का प्रयोग करें। किसी का बिज़नस कार्ड लेते हुए उसके कार्ड को सम्मान दे।

असफलता के कारण

१ लिखित लक्ष्य न होना । वह नहीं जानता की वह जिन्दगी से क्या चाहता है

२ कोई दिशा, भविष्य दृष्टि या सपना नहीं। दुविधाग्रस्त और खोया हुआ।

३ बिज़नस के प्रति कोई गंभीर समर्पण नहीं। इसलिए वह गंभीरता से काम भी नहीं करता है।

४ बहुत जल्दी हार मान मान लेता है। आम तौर पर पहले १०० दिन में ही हार जाता है।

५ आलसी। बिना परिश्रम किए अपने टीम की परिश्रम के पुरुस्कार पाना चाहता है।

६ हर दिन काम नहीं करता।

७ up-लाइन की आमदनी के प्रति द्वेष। काम करना इसलिए बंद कर देता है ताकि उसके up-line को उसकी सफलता पर बोनुस न मिले। यह आतम पराजयवादी नजरिया है।

Thursday, October 16, 2008

नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी व प्रधान के विरूद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने के aadesh

फतेहाबाद 16 अक्तूबर/मुकेश नारंग- आज सुबह तहसील हुडा में एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा अपनी बेटी का गलत डोमीसाइल बनवाने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। तहसीलदार ज्ञानप्रकाश की तत्परता के चलते उक्त अधिकारी फर्जी डोमीसाइल बनवाते पकड़ा गया है। मिली जानकारी के अनुसार हिजरावां खुर्द निवासी हुडा का एसडीओ अपनी विवाहित बेटी बिमला का डोमीसाइल बनवाने आया था। उक्त अधिकारी ने संबंधित दस्तावेजों में अपनी बेटी को अविवाहित बताते हुए उसका पता हिजरावा खुर्द बताया। दस्तावेजो में नंबरदार की रिपोर्ट व हल्फया बयान भी शामिल थे। तहसीलदार ज्ञानप्रकाश ने बताया कि जब उन्होंने दस्तावेजों में अधिकारी की बेटी का फोटो देखा तो उन्हें कुछ शक हुआ। शक के आधार पर जब उन्होंने छानबीन की तो पता चला कि नंबरदार की रिपोर्ट अधिकारी ने अपने आप ही बना दी है। इसके साथ-साथ बात भी सामने आई कि अधिकारी की बेटी बिमला अविवाहित न होकर यमुनानगर में विवाहित है। समाचार लिखे जाने तक तहसील के अधिकारी जांच कर रहे थे।